छुने से अल्फाजों को मेरे पंख लग गये अर्ध चाँद नयनों को तेरे l
लहरें दीवानी कहानी रचने लगी घटाओं की जज्बाती तरंगों पे ll
काजल गलियाँ आईना वो रंजिशें रक्स साँझा हो गयी फिर चाँद से ll
सबब ज़िल्द पुरानी कहानी किताबों की किस्मत डोरी कच्चे धागों की l
बातें यादों से करती शराफत बिछुड़न तन्हा बेपनाह रस्म नाराजगी की ll
बेनक़ाब हो गयी साज़िशें आँधियों शराफत सादगी सौदेबाजीयों की l
लकीरें ललाट की मेरे मिल शून्य विरासत हो गयी हाथों की लकीरों तेरे ll
उलझ संवर गयी कटी कटी लट्टे पलकें तेरी मेरी उड़ते पतंगों डोरी की l
लबों को शब्द तेरे क्या मिले निखर गयी कहानी तेरे मेरे आसमाँ की l