दीपावली दीपोत्सव सारांश संक्षेप में l
आहुति आभा से रोशन तम का मंडल ll
भोग चौदह वर्षों का कठिन वनवास l
काल मृत्युंजय रावण का कर संहार ll
सुन रघुवर अपनों की आराधना पुकार l
अवतारी चले आये थामे माता का हाथ ll
प्रीत किरण पुंज से चमकते धूमकेतु से l
शिरोधार्य इस मंगल बेला जन कल्याण ll
पिरो लडिया सुन्दर जगमग करते दीपों सी l
उत्सर्ग कर रहा संसार वैमनस्य अंधेरों की ll
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ l
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ l
Deleteबहुत सुन्दर सृजन । दीपोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteआदरणीया मीना दीदी जी
ReplyDeleteसुंदर शब्दों से हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से धन्यवाद l
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ l
सुंदर सृजन
ReplyDeleteआदरणीय ओंकार भाई साब
Deleteसुंदर शब्दों से हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से धन्यवाद
जी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार(२६-१०-२०२२ ) को 'बस,अपने साथ' (चर्चा अंक-४५९२) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
आदरणीया अनीता दीदी जी
Deleteमेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिए तहे दिल से आपका आभार
अयोध्या लौटे हैं वन से राजा राम ।
ReplyDeleteदीपमालिका प्रज्ज्वलित अविराम ।
दीपमालिका सी कविता ।
आदरणीया नूपुरं दीदी जी
Deleteसुंदर शब्दों से हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से धन्यवाद
उसी उल्लास का पर्व है दीवाली .
ReplyDeleteआदरणीया प्रतिभा दीदी जी
Deleteसुंदर शब्दों से हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से धन्यवाद
बहुत सुंदर।
ReplyDeleteआदरणीया ज्योति दीदी जी
Deleteसुंदर शब्दों से हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से धन्यवाद
खूबसूरत रचना👌👌
ReplyDeleteआदरणीया रूपा दीदी जी
Deleteसुंदर शब्दों से हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से धन्यवाद
वाह लाजबाव सृजन
ReplyDeleteढेरों शुभकामनाएं
आदरणीया भारती दीदी जी
Deleteसुंदर शब्दों से हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से धन्यवाद
Sundar
ReplyDeleteआदरणीय विकेश भाई साब
Deleteसुंदर शब्दों से हौशला अफ़ज़ाई के लिए तहे दिल से धन्यवाद