Saturday, January 15, 2022

नया आयाम

अधरों पर अल्फाज़ मेरे थे पर ज़ज्बात तेरे थे l
अश्कों के दरिया में पर नयन दोनों के साथ थे ll

विरल थी तेरी वो अर्ध चाँद सी मासूम हँसी l
प्रेम ग्रहण लगा गयी जो इस नादाँ दिल को ll

महक रहा गुलाब सा यौवन गुल गुलशन सारा l
तेरे केशों साज में सजा जैसे वेणी गजरा सारा ll

ओढ़ ली जब आफताब ने चादर तेरे इश्क नाम की l
मुलाकातों के सायों में हमकदम भी एक साथ हो ll

मधुमास अंगार में जलती इसकी विरह चेतना l
रंग फूलों का गुलाब के इत्र सा महका रही जो ll

ख़ामोश सुर्ख लबों पर इश्क फ़साना लिख l
इबादत का नया आयाम दे गयी इस दिल को ll

18 comments:

  1. विरल थी तेरी वो अर्ध चाँद सी मासूम हँसी l
    प्रेम ग्रहण लगा गयी जो इस नादाँ दिल को ll
    गुलाब के फूलों सी कोमल और महकती हुई और बहुत ही खूबसूरत रचना!

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    1. आदरणीया मनीषा दीदी जी
      सुन्दर अल्फाजों से हौसला अफजाई के लिए दिल से शुक्रिया

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  2. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (16-1-22) को पुस्तकों का अवसाद " (चर्चा अंक-4311)पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
    --
    कामिनी सिन्हा

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    1. आदरणीया कामिनी दीदी जी
      मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिये तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ l
      आभार

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  3. बहुत बहुत सुंदर सृजन।
    हृदय स्पर्शी।

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    1. आदरणीया कुसुम दीदी जी
      सुन्दर अल्फाजों से हौसला अफजाई के लिए दिल से शुक्रिया

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  4. प्रिय मनोज जी, बहुत सुंदर भाव सृजन। लयात्मकता पर थोड़ा और काम किया जा सकता है। साधुवाद!--ब्रजेंद्रनाथ

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    1. आदरणीय ब्रजेन्द्रनाथ जी
      सुन्दर अल्फाजों से हौसला अफजाई के लिए दिल से शुक्रिया . आप सही कह रहे हो, कोशिश करूँगा
      आभार

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    1. आदरणीय दीपक जी
      सुन्दर अल्फाजों से हौसला अफजाई के लिए दिल से शुक्रिया

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  6. विरल थी तेरी वो अर्ध चाँद सी मासूम हँसी l
    प्रेम ग्रहण लगा गयी जो इस नादाँ दिल को... बहुत ही सुंदर अनुज हृदयस्पर्शी भाव।
    सादर

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    1. आदरणीया अनीता दीदी जी
      सुन्दर अल्फाजों से हौसला अफजाई के लिए दिल से शुक्रिया

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  7. बेहतरीन सृजन

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    1. आदरणीया भारती दीदी जी
      सुन्दर अल्फाजों से हौसला अफजाई के लिए दिल से शुक्रिया

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  8. गुलाब के इत्र-सा ... उम्दा ।

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    1. आदरणीया अमृता दीदी जी
      सुन्दर अल्फाजों से हौसला अफजाई के लिए दिल से शुक्रिया

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  9. मन में हिलोरें लेते भावों की अभिव्यक्ति ...
    सुन्दर रचना है ...

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    1. आदरणीय दिगंबर भाई साहब जी
      सुन्दर अल्फाजों से हौसला अफजाई के लिए दिल से शुक्रिया

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