बारिश में उसके पदचापों की सुर ताल l
खनक रही जैसे अशर्फियों की तान ll
उतावले बादल आतुर घटाओं के साथ l
रुनझुन रुनझुन बरसा रहे मेघों अंदाज़ ll
उलझता चला गया छोटा सा दिल ए बेक़रार l
देख उसकी भींगी भींगी सुलझी सुलझी चाल ll
जुल्फों से उसके टपकती पानी की लार l
जी चुरा ले गयी हौले से होठों के अल्फ़ाज़ ll
मयूर मन नाचते उनके क़दमों की आवाज़ l
घोल रही बारिश में पाजेब की मीठी झंकार ll
तरंग सी इठला रही इस बारिश की बूँदे कुछ खास l
मिल सिमट रही उनकी झुकी पलकें जब आस पास ll
बारिश में उसके पदचापों की सुर ताल l
खनका रही इस रूमानी रूह के सुर ताल ll
खनका रही इस रूमानी रूह के सुर ताल l
खनका रही इस रूमानी रूह के सुर ताल ll
सुन्दर सृजन
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर...
ReplyDeleteवाह!!!
आदरणीया सुधा दीदी जी
Deleteसुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
सादर
जी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार(२१-१०-२०२१) को
'गिलहरी का पुल'(चर्चा अंक-४२२४) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
आदरणीया अनीता दीदी जी
Deleteमेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिये तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ l
आभार
खूबसूरत सृजन
ReplyDeleteआदरणीय ओंकार भाई साहब
Deleteसुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
सादर
मनभावन सृजन
ReplyDeleteआदरणीया अनीता दीदी जी
Deleteसुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
सादर
उम्दा अभिव्यक्ति
ReplyDeleteआदरणीय गगन भाई साहब
Deleteसुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
सादर
सुन्दर रचना
ReplyDeleteआदरणीया ज्योति दीदी जी
Deleteसुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
सादर
जी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना शुक्रवार २२ अक्टूबर २०२१ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
आदरणीया स्वेता दीदी जी
Deleteमेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिये तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ l
आभार
अद्भुत..
ReplyDeleteआदरणीया मनीषा दीदी जी
Deleteसुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
सादर
सुंदर एहसास बारिश के साथ।
ReplyDeleteअभिनव सृजन।
आदरणीया कुसुम दीदी जी
Deleteसुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
सादर
बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteआदरणीय हरीश भाई साहब
Deleteसुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
सादर
उतावले बादल आतुर घटाओं के साथ l
ReplyDeleteरुनझुन रुनझुन बरसा रहे मेघों अंदाज़ ll
अत्यंत सुंदर और मनमोहक सृजन अनुज ।
आदरणीया मीना दीदी जी
Deleteसुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
सादर
बारिश में उसके पदचापों की सुर ताल l
ReplyDeleteखनक रही जैसे अशर्फियों की तान ll
मन के सुकोमल एहसास सुमधुर अभिव्यक्ति प्रिय मनोज।👌👌👌👌
आदरणीया रेणु दीदी जी
Deleteसुन्दर प्रेरणा दायक शब्दों से होंसला अफजाई के तहे दिल से आपका शुक्रिया
सादर
रुनझुन रुनझुन बरसा रहे मेघों अंदाज़
ReplyDeleteअत्यंत सुंदर और खूबसूरत सृजन
आदरणीय संजय भाई साहब
Deleteसुन्दर प्रेरणादायक शब्दों से उत्साहित करने के लिए आपका तहे दिल से शुक्रगुज़ार....
सादर