बंदिशों की डोर से हम ऐसे बंध गए l
उलझनों में उलझ उनकी तारुफ़ को तरस गए ll
सिलसिला खतों का जाने कहाँ गुम हो गया l
मुँडेर से जैसे पतंगों का माँझा कट गया ll
खनखियों से बातें करना दूर से आहें भरना l
सपनों में सपनों को छू जिंदादिली से जीभर जीना ll
मन्नतों के धागों में उनके लिए फरियाद करना l
नुक्कड़ से ही उनकी दहलीज़ पर नज़र रखना ll
रिवाजों ने दौर के इस तरन्नुम को बदल दिया l
एक अदद हसीं को भी दिल खुद से मुकर गया ll
प्रतिशोध अग्नि जल रहा तन का मन l
भटक गयी नींद की करवटें दर बदर ll
प्रतिघात यह दे गया बिछड़न का गम l
संगनी संग छूट गया जाने कौन से पहर ll
बहुत खूबसूरत
ReplyDeleteये बात घटी होगी कभी इक़ पहर सी
ज़िन्दगी तब से गुज़र रही है क़हर सी
आदरणीय जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के आपके अंदाज़ ने दिल छू लिया , तहे दिल से शुक्रिया
आभार
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 3 मार्च 2021 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
आदरणीया पम्मी दीदी जी
Deleteमेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के बहुत बहुत धन्यवाद
आभार
भावपूर्ण काव्य ....
ReplyDeleteसाधुवाद 🙏
आदरणीया वर्षा दीदी जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
आभार
सुंदर भावों का अप्रतिम वर्णन ..समय मिले तो मेरे ब्लॉग पर भी भ्रमण करें..सादर..
ReplyDeleteआदरणीया जिज्ञासा दीदी जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
आभार
बहुत सुंदर भाव, सुंदर काव्य सुंदर रचना।
ReplyDeleteआदरणीय अरविंद जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
आभार
बहुत खूब।हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteआदरणीय जयकृष्ण जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
आभार
आदरणीया कविता दीदी जी
ReplyDeleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
आभार
बेहतरीन रचना, बहुत ही सुंदर
ReplyDeleteआदरणीया ज्योति दीदी जी
Deleteआपका दिल से शुक्रिया
आभार
बहुत सुंदर सृजन।
ReplyDeleteआदरणीया ज्योति दीदी जी
Deleteआपका दिल से शुक्रिया
आभार
रिवाजों ने दौर के तरन्नुम को वाक़ई बदल दिया है मनोज जी । प्रशंसनीय है आपकी अभिव्यक्ति ।
ReplyDeleteआदरणीय जितेन्द्र जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
आभार
भावों की बढ़िया अभिव्यक्ति
ReplyDeleteआदरणीय कुमार जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया
आभार
बहुत सुन्दर सराहनीय
ReplyDeleteआदरणीय आलोक जी
Deleteहृदयतल से शुक्रिया
सादर
बहुत ही बढ़िया ।
ReplyDeleteआदरणीया अमृता दीदी जी
Deleteआपका दिल से शुक्रिया
आभार