हमें तो उस परछाई से मोहब्बत हो गयी I
वहम जिसका दिल में लिए हुए जिन्दा थे II
अजनबी सी चाहत थी यह या कुछ और I
जो भी थी कशिश यह थी दिल की और II
अनोखा सा था फ़साना इस इश्क़ का I
अफ़साना था ही इसका बड़ा बेजोड़ II
दीवानों सा आलम था हमारे फ़ितूर में I
बेकरार बावला था दिल उसके सुरूर में II
शोखियों थी चुलबुली सी मस्ती थी I
उस परछाई में मानो रूह की बस्ती थी II
कायनात के लिबास में मिल जाती वो हर ओर I
भटक रही संग मेरे ऐसे बंधी जैसे इससे कोई डोर II
दिल्लगी लगी जब वहम से इस कदर मनमोह I
लाजमी थी मोहब्बत फिर परछाई से कैसे ना हो II
खाब्बों की लकीरों में ख्वाईसों के जो रंग उकेरे थे I
परछाई बन वो ही हमारे दिल से रूबरू हो चले थे II
खुद से खुद हम इस कदर मिल गए I
परछाई के साये में दिल को भूल गए II
कुछ और नहीं तन्हाईओं में जिन्दा रहने को I
अनजाने में परछाई से ही मोहब्बत कर बैठे II
ReplyDeleteबहुत सुंदर सृजन ।
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।
आदरणीया मीना दीदी जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
सीधे दिल की गहराई से निकली हुई बात है यह मनोज जी आपकी ।
ReplyDeleteआदरणीय जितेन्द्र जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
जी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (०२-०१-२०२१) को 'जीवन को चलना ही है' (चर्चा अंक- ३९३४) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है
--
अनीता सैनी
आदरणीया अनीता दीदी
Deleteमेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
आभार
बहुत सुन्दर और सारगर्भित।
ReplyDeleteनव वर्ष 2021 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आदरणीय शास्त्री सर
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
वाह...
ReplyDeleteबहुत अच्छे भाव 👌👌👌👌
नववर्ष मंगलमय हो 💐🌺🌹💐
हार्दिक शुभकामनाएं,
- डॉ. वर्षा सिंह
आदरणीया वर्षा दीदी जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
हार्दिक शुभकामनाएँ ।
ReplyDeleteआदरणीया अमृता दीदी जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
लाजवाब।
ReplyDelete🙏नववर्ष 2021 आपको सपरिवार शुभऔर मंगलमय हो 🙏
आदरणीय यशवन्त जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
सुन्दर सृजन - - नूतन वर्ष की असीम शुभकामनाएं।
ReplyDeleteआदरणीय शातनु जी
ReplyDeleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
गहरा एहसास लिए हर शेर ...
ReplyDeleteबहुत लाजवाब हैं सभी ... नव वर्ष मंगलमय हो ...
आदरणीय दिगम्बर जी
ReplyDeleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
एक से बढ़कर एक शेर... काबिल-ए-तारीफ़।
ReplyDeleteनववर्ष की अशेष शुभकामनाओं के साथ। सादर।
आदरणीया सथु दीदी जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
शोखियों थी चुलबुली सी मस्ती थी I
ReplyDeleteउस परछाई में मानो रूह की बस्ती थी II
परछाई से मोहब्बत!!!!
वाह!!!
बहुत ही सुन्दर सृजन
नववर्ष की अनंत शुभकामनाएं।
आदरणीया सुथा दीदी जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
बहुत बहुत सुन्दर शेर
ReplyDeleteआदरणीय आलोक जी
Deleteआपका बहुत बहुत धन्यवाद
आभार
बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteआदरणीया मधुलिका दीदी जी
Deleteहौशला अफ़ज़ाई के लिए दिल से शुक्रिया l
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं l
शुक्रिया
आभार
ReplyDeleteखाब्बों की लकीरों में ख्वाईसों के जो रंग उकेरे थे I
परछाई बन वो ही हमारे दिल से रूबरू हो चले थे II,,,,,,,लाजवाब,नव वर्ष की शुभकामनाएँ ।
शुक्रिया दीदी
Deleteकुछ और नहीं तन्हाईओं में जिन्दा रहने को I
ReplyDeleteअनजाने में परछाई से ही मोहब्बत कर बैठे II
बहुत सुंदर।
शुक्रिया दीदी
Deleteवाह !!!!
ReplyDeleteख़ूबसूरत शायरी 👌🙏🌹
शुक्रिया दीदी
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