Thursday, October 8, 2020

नींद

बादलों की ओट में ओझल होते हुए चाँद ने l 
फ़साना नया बुन दिया पलकों में बोझिल रातों ने ll

रुखसत हो गयी रवायतें मीठी मीठी नींदों की l
पलकें मुकम्मल हो गयी रात सितारों की ll

निगाहों की निगहेंबानी ने छुआ था जिस महताब को l
अंतर्ध्वनि उसकी उड़ा ले गयी नींदों की ढलती रातों को ll 

अर्ज़ियाँ लिखी खत लिखें नींद खाब्बों की तहरीर ने l
उतर आ जमीं ए चाँद नूर सौगात की रात ढले ll

गुज़ारिश कर रही नींदे सोऊ ना एक पल तेरे इंतज़ार में l
निहारु ढलती रातों में अक्स बस मेरे अर्ध चाँद के ll

साहिल फनकार मेरे ग़ुरबत चाँद में l
फ़क़त वो चले आये मिटा फासले क़ुरबत राह में ll

तनहा छोड़ गयी नींद अकेली पलकों नाज़ में l
चली आ चाँद संग मक़ाम की सकून भरी रात में ll

21 comments:

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    1. आदरणीय शिवम् जी
      शुक्रिया
      आभार

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  2. आदरणीया मीना दीदी
    मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
    आभार

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    1. आदरणीय शास्त्री जी
      सर लफ्ज कम हैं, आपसे बहुत कुछ सीखा और आगे सीखना हैं, शुक्रिया सर
      आभार

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  4. रुखसत हो गयी रवायतें मीठी मीठी नींदों की l
    पलकें मुकम्मल हो गयी रात सितारों कीll
    वाह!!!
    लाजवाब सृजन।

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    1. आदरणीया सुधा दीदी जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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  5. तनहा छोड़ गयी नींद अकेली पलकों नाज़ में l
    चली आ चाँद संग मक़ाम की सकून भरी रात में ll,,,, बहुत ही लाजवाब रचना आप की लेखनी को नमन

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    1. आदरणीया मघुलिका दीदी जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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    1. आदरणीय सवाई जी
      शुक्रिया
      आभार

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  7. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शुक्रवार 09 अक्टूबर 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  8. आदरणीया यशोदा दीदी
    मेरी रचना को अपना मंच प्रदान करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
    आभार

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    1. आदरणीय सुशील जी
      सर मेरी रचना पसंद करने के लिए शुक्रिया
      आभार

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    1. आदरणीया विभा दीदी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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  11. क्या खूब ल‍िखा है मनोज जी...क‍ि
    अर्ज़ियाँ लिखी खत लिखें नींद खाब्बों की तहरीर ने,
    उतर आ जमीं ए चाँद नूर सौगात की रात ढले ।।...वाह

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    1. आदरणीया अलकनंदा दीदी जी
      आपका बहुत बहुत धन्यवाद
      आभार

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    1. आदरणीय जी
      शुक्रिया
      आभार

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