लिख लाया मैं अपने वो अल्फ़ाज़
मिला ना जिन्हें इन लबों का साथ
अहसास तुम भी कर लो
छू इस ख़त को अपने हाथ
नयनों में तेरे कैद हैं
मेरे दीवाने दिल के हर अरमान
महक़ तेरे यौवन की
मदमाती लहराती जुल्फों की
छेड़ गयी इस दिल के तार
आओं कर ले अब एक दूजे को अंगीकार
और जीवन भर के लिए
जुड़ जाये पाणिग्रह संस्कार
जुड़ जाये पाणिग्रह संस्कार
मिला ना जिन्हें इन लबों का साथ
अहसास तुम भी कर लो
छू इस ख़त को अपने हाथ
नयनों में तेरे कैद हैं
मेरे दीवाने दिल के हर अरमान
महक़ तेरे यौवन की
मदमाती लहराती जुल्फों की
छेड़ गयी इस दिल के तार
आओं कर ले अब एक दूजे को अंगीकार
और जीवन भर के लिए
जुड़ जाये पाणिग्रह संस्कार
जुड़ जाये पाणिग्रह संस्कार
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