हर मिथ्या भी एक सत्य हैं
जाने किसके पीछे क्या रहस्य हैं
हर तरफ फ़ैला हुआ एक भ्रम हैं
पिरोया हुआ जिसमें एक कटु सत्य हैं
धूल पड़ी हो दर्पण पर जहाँ
असत्य ही वहाँ सत्य का आईना हैं
जमघट लगा हो झूठों का जहाँ
उड़ती हैं अफवाहें रोज नयी नयी वहाँ
सत्य असत्य की इस हलचल में
सत्य का यहाँ कोई मौल नहीं
फ़र्क करें तो करें कैसे
मिथ्या भँवर का इस युग में कोई तोड़ नहीं
इस युग में कोई तोड़ नहीं
जाने किसके पीछे क्या रहस्य हैं
हर तरफ फ़ैला हुआ एक भ्रम हैं
पिरोया हुआ जिसमें एक कटु सत्य हैं
धूल पड़ी हो दर्पण पर जहाँ
असत्य ही वहाँ सत्य का आईना हैं
जमघट लगा हो झूठों का जहाँ
उड़ती हैं अफवाहें रोज नयी नयी वहाँ
सत्य असत्य की इस हलचल में
सत्य का यहाँ कोई मौल नहीं
फ़र्क करें तो करें कैसे
मिथ्या भँवर का इस युग में कोई तोड़ नहीं
इस युग में कोई तोड़ नहीं
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (06-10-2018) को "सुनाे-सुनो! पेट्रोल सस्ता हो गया" (चर्चा अंक-3116) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'