उम्र पीछे छूट गयी
रफ़्तार जिंदगी की
बचपन चुरा ले गयी
वो आसमानी छटा
वो सावन की घटा
बस यादें पुरानी
दिल की किताबों में सिमट रह गयी
सपनों की वो मंज़िल
चाँद सितारों सी हो गयी
कभी पास तो कभी दूर
मानों हाथों की लकीरों से
सपनों की ताबीर दूर हो गयी
नीलाम हो गयी वो मासूमियत भी
छलकती थी लड़कपन में जिनके
शरारतों भरी छटपटाहट
छोड़ उम्र की उस दहलीज को
विदा हो गयी रूह
बदल किस्मत की लकीरों को
रफ़्तार जिंदगी की
बचपन चुरा ले गयी
वो आसमानी छटा
वो सावन की घटा
बस यादें पुरानी
दिल की किताबों में सिमट रह गयी
सपनों की वो मंज़िल
चाँद सितारों सी हो गयी
कभी पास तो कभी दूर
मानों हाथों की लकीरों से
सपनों की ताबीर दूर हो गयी
नीलाम हो गयी वो मासूमियत भी
छलकती थी लड़कपन में जिनके
शरारतों भरी छटपटाहट
छोड़ उम्र की उस दहलीज को
विदा हो गयी रूह
बदल किस्मत की लकीरों को
No comments:
Post a Comment