तलाश में तेरी ख़त मेरा
मुल्क तेरा पूरा छान आया
पता पर वो मिला नहीं
आशियाना कभी जहां चाँद ने सँजोया था
शब्बाब ने तेरे ऐसा हमें डुबोया
हर नूर में सिर्फ़ तेरा अस्क नज़र आया
तस्वीर माँगी जमाने ने जो तेरी
खुद की तस्वीर में रंग तेरा भर दे आया
सितारों से पूछा फूलों में ढूंढा
अफसानों के उन तरानों को
हर महफ़िल में गुनगुनाया
कलमा अपनी इबादत का नया लिख
तेरे मुल्क का आसमाँ रंग आया
आसमाँ रंग आया
मुल्क तेरा पूरा छान आया
पता पर वो मिला नहीं
आशियाना कभी जहां चाँद ने सँजोया था
शब्बाब ने तेरे ऐसा हमें डुबोया
हर नूर में सिर्फ़ तेरा अस्क नज़र आया
तस्वीर माँगी जमाने ने जो तेरी
खुद की तस्वीर में रंग तेरा भर दे आया
सितारों से पूछा फूलों में ढूंढा
अफसानों के उन तरानों को
हर महफ़िल में गुनगुनाया
कलमा अपनी इबादत का नया लिख
तेरे मुल्क का आसमाँ रंग आया
आसमाँ रंग आया
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