इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे
इश्क़ किया किससे यह तुम्हें बता देंगे
अब तलक लबों पे आ नहीं सकी जो बात
वो कलमें तुम्हें सुना देंगे
इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे
मिल रही गीतों में जो नवाजिसे कर्म
आवाज़ से उसकी तुम्हें रूबरू करा देंगे
इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे
जो हैं नज़रों के सामने
खाब्ब हैं जिनके इन नयनों में
दो चार उनसे भी तुम्हें करा देंगे
इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे
इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे
इश्क़ किया किससे यह तुम्हें बता देंगे
अब तलक लबों पे आ नहीं सकी जो बात
वो कलमें तुम्हें सुना देंगे
इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे
मिल रही गीतों में जो नवाजिसे कर्म
आवाज़ से उसकी तुम्हें रूबरू करा देंगे
इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे
जो हैं नज़रों के सामने
खाब्ब हैं जिनके इन नयनों में
दो चार उनसे भी तुम्हें करा देंगे
इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे
इस मोहब्बत का हमराज तुम्हें बना लेंगे