नींद आज फ़िर उचट गयी
बातों में उनकी रात ढल गयी
जिंदगी के शोर में डूबी
रफ़्तार कुछ पल थम गयी
अज़ान की दस्तक
कहानी अधूरी छोड़ गयी
रूह की इबादत से महकी
भीनी भीनी खुश्बुएं नगमा एक नया छेड़ गयी
जाते जाते फासलों के दरम्यां भी
जीवन रिश्ते की डोर बाँध गयी
नींद आज फ़िर उचट गयी
बातों में उनकी रात ढल गयी
नींद आज फ़िर उचट गयी
बातों में उनकी रात ढल गयी
जिंदगी के शोर में डूबी
रफ़्तार कुछ पल थम गयी
अज़ान की दस्तक
कहानी अधूरी छोड़ गयी
रूह की इबादत से महकी
भीनी भीनी खुश्बुएं नगमा एक नया छेड़ गयी
जाते जाते फासलों के दरम्यां भी
जीवन रिश्ते की डोर बाँध गयी
नींद आज फ़िर उचट गयी
बातों में उनकी रात ढल गयी
नींद आज फ़िर उचट गयी