चल एक बार फिर से जिंदगी की तलाश करे
तेरी खुशियों में अपनी खुशियाँ तलाश करे
दुओं की कमी ना रह जाए कही
आ मिल फिर खुदा से फरियाद करे
नजर ना लग जाए शहर की कही
दामन को तेरे गैरों से बचते बचाते चले
आ कुछ ऐसे पलों की तलाश करे
मैं और तुम से आगे निकल
हम में खुशियों की तलाश करे
चल फिर से एक बार जिंदगी की तलाश करे
एक बार फिर से जिंदगी तलाश करे
तेरी खुशियों में अपनी खुशियाँ तलाश करे
दुओं की कमी ना रह जाए कही
आ मिल फिर खुदा से फरियाद करे
नजर ना लग जाए शहर की कही
दामन को तेरे गैरों से बचते बचाते चले
आ कुछ ऐसे पलों की तलाश करे
मैं और तुम से आगे निकल
हम में खुशियों की तलाश करे
चल फिर से एक बार जिंदगी की तलाश करे
एक बार फिर से जिंदगी तलाश करे
शास्त्री जी
ReplyDeleteशुक्रिया
सादर
मनोज
Superb bhai ji
ReplyDeleteJAI SHREE BALAJI KI