सुर्खियाँ बटोरीं थी हमने
बदनामी के ताल में
साजिश रची थी उस गुमनाम ने
मोहब्बत के जाल में
सुध बुध खो बह गया था
प्यार की धार में
सपनें बड़े ही हसीन थे
पर छोड़ चले गए थे
किसी ओर के साथ में
छोड़ बेहाल हमें अपने हाल पे
थाम लिया था बेवफ़ा ने दामन
किसी ओर के साथ में
किसी ओर के साथ में
बदनामी के ताल में
साजिश रची थी उस गुमनाम ने
मोहब्बत के जाल में
सुध बुध खो बह गया था
प्यार की धार में
सपनें बड़े ही हसीन थे
पर छोड़ चले गए थे
किसी ओर के साथ में
छोड़ बेहाल हमें अपने हाल पे
थाम लिया था बेवफ़ा ने दामन
किसी ओर के साथ में
किसी ओर के साथ में
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