हर जिंदगानी की एक अधूरी कहानी है
कुछ कही कुछ अनकही सी कहानी है
कोई दिल के करीब तो कोई दिल से दूर
क्षिलमिलाते तारों सी कहानी है
बेक़रार हर दिल अज़ीज़ फिर भी है
मिलने किसी नए मोड पर
कहानी जो रुखसत हुई थी
छोड़ बंदगी किसी अनजाने मोड़ पर
भर ना पाये रंग अब कशिश के कभी
प्यासी लफ्जों सी दिल की ए कहानी है
कहानी अधूरी भले ही वह सही
साया उस बानगी को मगर साथ आज भी है
हर जिंदगानी की एक अधूरी कहानी है
कुछ कही कुछ अनकही सी कहानी है
हर जिंदगानी की एक अधूरी कहानी है
हर जिंदगानी की एक अधूरी कहानी है
कुछ कही कुछ अनकही सी कहानी है
कोई दिल के करीब तो कोई दिल से दूर
क्षिलमिलाते तारों सी कहानी है
बेक़रार हर दिल अज़ीज़ फिर भी है
मिलने किसी नए मोड पर
कहानी जो रुखसत हुई थी
छोड़ बंदगी किसी अनजाने मोड़ पर
भर ना पाये रंग अब कशिश के कभी
प्यासी लफ्जों सी दिल की ए कहानी है
कहानी अधूरी भले ही वह सही
साया उस बानगी को मगर साथ आज भी है
हर जिंदगानी की एक अधूरी कहानी है
कुछ कही कुछ अनकही सी कहानी है
हर जिंदगानी की एक अधूरी कहानी है
हर जिंदगानी की एक अधूरी कहानी है
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (23-01-2016) को "विषाद की छाया में" (चर्चा अंक-2230) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत बहुत धन्यवाद शास्त्री जी
Deleteसादर
मनोज