ख़ामोशी से दुनिया अपनी लुटती मैं देखता रहा
मेरी बर्बादी पे वो पागलों की तरह हँसते रहे
वफ़ा के बदले बेवफाई के सितम सहते रहा
दिल के हाथों मजबूर
जज्बातों के आवेग में बहता रहा
पर किस्मत को रास ना आयी ये दोस्ती
एक बेवफा से दिल लगाने की भूल कर बैठा
खिलौना बन कठपुतली की तरह
उसके इशारों पे नाचता रहा
फिर भी बेवफा से वफ़ा की उम्मीद करता रहा
मेरी बर्बादी पे वो पागलों की तरह हँसते रहे
वफ़ा के बदले बेवफाई के सितम सहते रहा
दिल के हाथों मजबूर
जज्बातों के आवेग में बहता रहा
पर किस्मत को रास ना आयी ये दोस्ती
एक बेवफा से दिल लगाने की भूल कर बैठा
खिलौना बन कठपुतली की तरह
उसके इशारों पे नाचता रहा
फिर भी बेवफा से वफ़ा की उम्मीद करता रहा
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