अनुभूति तेरे प्यार की
आस एक जगा गयी
खलिस थी जो मन में
वो मिटा गयी
सपने के घरोंदे को
हक़ीक़त बना गयी
जो थी अब तलक
सिर्फ ख्यालों में
वो धड़कन बन
दिल में समा गयी
अनुभूति तेरे प्यार की
शमा जीने की जला गयी
आस एक जगा गयी
खलिस थी जो मन में
वो मिटा गयी
सपने के घरोंदे को
हक़ीक़त बना गयी
जो थी अब तलक
सिर्फ ख्यालों में
वो धड़कन बन
दिल में समा गयी
अनुभूति तेरे प्यार की
शमा जीने की जला गयी
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