Monday, August 11, 2014

जिन्दगी संग जीना

ये जिन्दगी शिकायतें बहुत है तुझसे

फिर भी तेरे संग जीते है हम

हालात कहो या मज़बूरी

कभी मर मर

कभी जिंदा  रह रह

तेरे संग जीते है हम

पुलिंदा नहीं यह

बेवजह इल्जामों का

हकीकत का आईना मान इसे

तेरे संग जीते है हम

माना हर कदम ताल पर

सुर मिला नहीं करते

पर खुशियों के दीदार भी

हुआ नहीं करते है

फिर भी तेरे संग जीते है हम

ना यह गिला है

ना शिकवा है

कवायद है यह दुःख में भी

हँसते हँसते जीने की

बस इसीलिए ये जिंदगी

हर रंजों गम भुला

तेरे संग जिया करते है हम



1 comment: