मैंने उदासी से कहा
खुद से शरारत करो इतनी
दुनिया चमन बन जायेगी
मुरझाये चहरे के कपोल
फूल से खिल जाएंगे
टूट जाएगा उदासी का तिल्सिम
रंग शरारत के जो भर जाएंगे
खुल के हँसो खुल के जियो
बंद किस्मत शरारत भरी
चुलबुलाहट से खोल दो
बस अब उदासी का ये आलम छोड़ दो
खुद से शरारत करो इतनी
दुनिया चमन बन जायेगी
मुरझाये चहरे के कपोल
फूल से खिल जाएंगे
टूट जाएगा उदासी का तिल्सिम
रंग शरारत के जो भर जाएंगे
खुल के हँसो खुल के जियो
बंद किस्मत शरारत भरी
चुलबुलाहट से खोल दो
बस अब उदासी का ये आलम छोड़ दो
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