उदासी के इस आलम को भी
आपकी यादों के दीप जगमगा रहे है
प्रेरणा स्रोष्त बन
जीवन राह दर्शा रहे है
कमी खलेगी फिर भी आपकी
साया आपका नहीं जो साथ है
बस आपके आशीर्वाद का हाथ ही
हमारे सर पे आज विधमान है
हमारे सर पे आज विधमान है
आपकी यादों के दीप जगमगा रहे है
प्रेरणा स्रोष्त बन
जीवन राह दर्शा रहे है
कमी खलेगी फिर भी आपकी
साया आपका नहीं जो साथ है
बस आपके आशीर्वाद का हाथ ही
हमारे सर पे आज विधमान है
हमारे सर पे आज विधमान है
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