छोटे छोटे सपनो कि बड़ी बड़ी दास्ताँ है
हालातों के दरमियाँ
बुनते बिखरते सपनो कि दास्ताँ है
बड़ा ही मजबूर लाचार विवश
दर्द से भरा संसार है
टूट जाते है सपने
हक़ीक़त कि परछाई नजर जब आती है
कदर नहीं इंसान कि इस संसार को
दिल तोड़ने में ही इसे आनंद आता है
फिर भी
इंसान को सपने बुनने में ही आनंद आता है
हालातों के दरमियाँ
बुनते बिखरते सपनो कि दास्ताँ है
बड़ा ही मजबूर लाचार विवश
दर्द से भरा संसार है
टूट जाते है सपने
हक़ीक़त कि परछाई नजर जब आती है
कदर नहीं इंसान कि इस संसार को
दिल तोड़ने में ही इसे आनंद आता है
फिर भी
इंसान को सपने बुनने में ही आनंद आता है
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