दम घुटता है झूठी शानों शौकत से
तड़पता है दिल हालातों के चुंगल में
कठपुतली बन नाच रहा हूँ
फंस मोह माया के जाल में
परिस्थिति की विडम्बना भी
कैसी विचत्र है बनी
जरुरत है आज जो सबसे बड़ी
उसी सामाजिक हालतों ने
रूबरू करवा दी सच्चाई
जिन्दगी की रफ़्तार से
तड़पता है दिल हालातों के चुंगल में
कठपुतली बन नाच रहा हूँ
फंस मोह माया के जाल में
परिस्थिति की विडम्बना भी
कैसी विचत्र है बनी
जरुरत है आज जो सबसे बड़ी
उसी सामाजिक हालतों ने
रूबरू करवा दी सच्चाई
जिन्दगी की रफ़्तार से
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