उनकी हसीन मुस्कराहट पे
आज फिर मर मिटने को दिल आया
जाने वो कौन सी कशिश थी
दिल को सिर्फ उनका ही ख्याल आया
तसब्बुर में कोई ओर था
बिन उनके दीदार को
चाँद भी फीका नजर आता
जूनून के इस रंग में
बेवफाई में भी उनकी
प्यार का रंग नजर आया
आज फिर मर मिटने को दिल आया
जाने वो कौन सी कशिश थी
दिल को सिर्फ उनका ही ख्याल आया
तसब्बुर में कोई ओर था
बिन उनके दीदार को
चाँद भी फीका नजर आता
जूनून के इस रंग में
बेवफाई में भी उनकी
प्यार का रंग नजर आया
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