ख्यालों की बारिस में भीगा करते थे
रूमानी वादियों में टहला करते थे
सफ़र का ये मोड़ बड़ा ही सुहाना था
अंदाज प्यार का बड़ा ही निराला था
यादों की ताबीर को
दिल से रूबरू किया करते थे
अक्सर तन्हाईयों में खुद से
तुम्हारा जिक्र किया करते थे
पहले तुम महफ़िल में नजर आते थे
अब चाँद के दीदार में नजर आते हो
अक्सर तुम यादों में भी
दिल के तारों को छेड़ जाते हो
रूमानी वादियों में टहला करते थे
सफ़र का ये मोड़ बड़ा ही सुहाना था
अंदाज प्यार का बड़ा ही निराला था
यादों की ताबीर को
दिल से रूबरू किया करते थे
अक्सर तन्हाईयों में खुद से
तुम्हारा जिक्र किया करते थे
पहले तुम महफ़िल में नजर आते थे
अब चाँद के दीदार में नजर आते हो
अक्सर तुम यादों में भी
दिल के तारों को छेड़ जाते हो
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