जिस्म तपे रूह जले
अग्निपथ चल ही जीवन निखरे
रागिनी
विजय पथ कर रहा तेरा आह्वान
कर बस में उछ्रंख्ल मन
समेट आंसुओ का सैलाब
इस रण भूमि का
जीत से कर आगाज
नंगे कदम अंगारों पे चल ही
देना होता है जिन्दगी का इम्तिहान
कर इतना हौसला बुलंद तू
कांटे भी बन जाए फूलों की राह
तपेगी तभी कनक बनेगी
जान पायेगी तभी कामयाबी का स्वाद
रागिनी
अभियान है ये खुद पे इतराने का
हर संजोये खाब्ब सच कर जाने का
कर जीत से नये जीवन का आगाज
अभिमान हो सबको तुम पे
फक्र से करे सभी तेरा सन्मान
अग्निपथ चल ही जीवन निखरे
रागिनी
विजय पथ कर रहा तेरा आह्वान
कर बस में उछ्रंख्ल मन
समेट आंसुओ का सैलाब
इस रण भूमि का
जीत से कर आगाज
नंगे कदम अंगारों पे चल ही
देना होता है जिन्दगी का इम्तिहान
कर इतना हौसला बुलंद तू
कांटे भी बन जाए फूलों की राह
तपेगी तभी कनक बनेगी
जान पायेगी तभी कामयाबी का स्वाद
रागिनी
अभियान है ये खुद पे इतराने का
हर संजोये खाब्ब सच कर जाने का
कर जीत से नये जीवन का आगाज
अभिमान हो सबको तुम पे
फक्र से करे सभी तेरा सन्मान
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