रंग ना जाने कौन सा चढ़ा
मेहंदी का रंग भी सुर्ख लाल हो गया
आँखों में छिपी शैतानिया का रंग
शरमो हया सा गाल गुलाबी हो गया
महफ़िल सजी जिसके रंगों से
उस रंग का दिल गुलाम हो गया
रंग ना जाने कौन सा चढ़ा
हर नजारा रंगीन हो गया
फिजाओं में भी घुल गया रंग
कल्पनाओ का संसार रंगीन हो गया
मस्ती उमंग के रंगों से
साज जिन्दगी का रंगीन हो गया
रंग ना जाने कौन सा चढ़ा
मेहंदी का रंग भी सुर्ख लाल हो गया
मेहंदी का रंग भी सुर्ख लाल हो गया
आँखों में छिपी शैतानिया का रंग
शरमो हया सा गाल गुलाबी हो गया
महफ़िल सजी जिसके रंगों से
उस रंग का दिल गुलाम हो गया
रंग ना जाने कौन सा चढ़ा
हर नजारा रंगीन हो गया
फिजाओं में भी घुल गया रंग
कल्पनाओ का संसार रंगीन हो गया
मस्ती उमंग के रंगों से
साज जिन्दगी का रंगीन हो गया
रंग ना जाने कौन सा चढ़ा
मेहंदी का रंग भी सुर्ख लाल हो गया
sundar bhav sundar prastuti
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