Thursday, January 17, 2013

पिता की याद

नूर आपके आज फिर उदास है

आप नहीं जो पास है

आँखों में आँसू

दिलों में जज्बात है

आपकी प्रेरणा

हमारे लिये ईश्वर  वरदान है

आपके अंश कहलाने का गर्व

हमारे अभिमान का ताज है

यादों के झरोखों में ही

अब अपना साथ है

आप नहीं जो पास है

नूर आपके आज फिर उदास है  

 

2 comments:

  1. sundar bhavo se otprot prastutiयादों के झरोखों में ही

    अब अपना साथ है

    आप नहीं जो पास है

    नूर आपके आज फिर उदास है

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