युवा दिखने की चाह अभी है बाकी
बुड़ापे की है ये निशानी
इस मर्ज की अवधी है बड़ी निराली
बहक जाती बुड़ापे में जवानी है
नकली बाल और दाँतों के संग
युवा दिखने की पूरी है तैयारी
देख हसीन चहरों को
हिलोरें मारे जवानी है
हाथों में लाठी
आँखों में लाली
ललक मटरगस्ती की
पर अभी तलक है बाकी
बुझते चिरागों में
रौशनी की लौ अभी है बाकी
निहारे दर्पण खुद को
कामना ऐसी अभी है बाकी
युवा दिखने की चाहत अभी है बाकी
बुड़ापे की है ये निशानी
इस मर्ज की अवधी है बड़ी निराली
बहक जाती बुड़ापे में जवानी है
नकली बाल और दाँतों के संग
युवा दिखने की पूरी है तैयारी
देख हसीन चहरों को
हिलोरें मारे जवानी है
हाथों में लाठी
आँखों में लाली
ललक मटरगस्ती की
पर अभी तलक है बाकी
बुझते चिरागों में
रौशनी की लौ अभी है बाकी
निहारे दर्पण खुद को
कामना ऐसी अभी है बाकी
युवा दिखने की चाहत अभी है बाकी
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