रंग बी रंग पुष्पों की कलियाँ
अनछुई कोमल पंखुड़ियाँ
शबनमी बुँदे खुशबुओं की लड़ियाँ
महका रही फिजायें
रूमानी बना रही साँसे
करवटे बदलने लगे अरमान
बुनने लगे नये अहसास
नाजुक कोमल सेज का
सपनों में करने लगे दीदार
करने लगे दीदार
अनछुई कोमल पंखुड़ियाँ
शबनमी बुँदे खुशबुओं की लड़ियाँ
महका रही फिजायें
रूमानी बना रही साँसे
करवटे बदलने लगे अरमान
बुनने लगे नये अहसास
नाजुक कोमल सेज का
सपनों में करने लगे दीदार
करने लगे दीदार
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