खौफजदा है जिन्दगी
मन मस्तिष्क में बज रही
दहशत भरी ध्वनि
आतंकवाद ने पसारा ऐसा साया
उजाड़ गया सुन्दर चमन सारा
फैला चारों ओर ऐसा सन्नाटा
दिन के उजाले में भयभीत कर दे
हलकी सी अफवाहों की काली साया
रोंगटे खड़े हो जाए
देख सुन जिस तांडव की माया
पसरा दी उसने जन्नत में भी
मरघट की छाया , मरघट की छाया
मन मस्तिष्क में बज रही
दहशत भरी ध्वनि
आतंकवाद ने पसारा ऐसा साया
उजाड़ गया सुन्दर चमन सारा
फैला चारों ओर ऐसा सन्नाटा
दिन के उजाले में भयभीत कर दे
हलकी सी अफवाहों की काली साया
रोंगटे खड़े हो जाए
देख सुन जिस तांडव की माया
पसरा दी उसने जन्नत में भी
मरघट की छाया , मरघट की छाया