एक अनजानी तलाश
गुमनामी में डूबी पहचान
अस्त हो गया साया
छोड़ अक्स का साथ
तलाश रही खामोश नजरे
अँधेरे में एक लौ की आस
कह रहा मन बेकरार
खुल जाये किस्मत के द्वार
धैर्य की कुंजी अगर लग जाये हाथ
तलाश रही धड़कने
खोयी साँसों के तार
पर बिखर गयी जिन्दगी
ओर गुम हो गयी पहचान
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