Thursday, November 10, 2011

प्यार के नगमे

दिल से निकले सुरों को

मिल जाती है जब जुबान

धड़कने तब बन जाती है साज

संगीत की इस मधुर राग से

फिर बरसने लगती है

प्यार भरे नगमों की बरसात

Tuesday, November 8, 2011

सपनों के घरोंदे

गुजर गए वो लहमे वो पल

जिनमें हम मुस्कराए करते थे

अब तो बस यादों के सहारे

जिन्दगी गुजारा करते है

यादों के इन हसीन पलों को

जिन्दा रखने के लिए

सपनों के घरोंदे बनाया करते है

बड़े खाब्ब

छोटे से दिल के बड़े बड़े खाब्ब

झिलमिल करते तारों के संग

मचलते मासूम दिल के अरमान

रंग बी रंगी सपनों की दुनिया

दिखलाती बड़े बड़े खाब्ब

कहता है दिल , पूरे करने है अरमान

छोटे से दिल के बड़े बड़े खाब्ब

Saturday, November 5, 2011

अरमान

तम्मनाये अभी बाकी है

हसरतें अभी आधी है

चलती रहे साँसे जब तलक

तब तलक धडकनों की आस बाकि है

जूनून है ये वो

प्यास जिसकी अभी बाकी है

मिट्ठी सी कशीश है ये

साँसे जिसके लिए अब तलक बाकि है

यारों इस मासूम दिल के अरमान अभी बाकि है



Wednesday, November 2, 2011

तरस

बेवजह इतना भी आंसुओ पे

सितम ढाया ना करो

खुशी या गम के पलों

जो इनको तरस जाया करो

डर

कुछ कहने से दिल ये डरता है

पर बिन धड़कन ये धडकता है

प्यार मिले या ना मिले

पर ठंडी आहें भरता है

चाहत ऐसी

बिन साँसे भी ये मचलता है