RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Saturday, October 15, 2011
इजहार
मैं तुम बन जाऊ
तुम मैं बन जाओ
मैं चाँद बन जाऊ
तुम चांदनी बन जाओ
मिलन इस घड़ी
प्यार का इजहार कर जाओ
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