RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Thursday, August 11, 2011
संदेशा
बादलों में संदेशा है
हवाओं ने रुख मेरा घेरा है
वर्षा में रंग मेरा है
बूंदों में तन तेरा है
भींगे तुम जो सजन
मधुर मिलन ए अपना है
बादलों में संदेशा है
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment