रिश्वतखोरी के खिलाफ आन्दोलन ऐसा छा गया
ह़र हिन्दुस्तानी सड़को पे आ गया
देख इस जन आक्रोश
असमंजस में घिर गयी सरकार
सोचा ना था भ्रष्टाचारके खिलाफ
कभी ऐसा भी उमड़ेगा जन सैलाब
मूकदर्शक बन गयी निक्कमी सरकार
सुनी नहीं इसने वक़्त की आवाज़
छिड़ गया जो रण अब भ्रष्टाचार के खिलाफ
कमर कसह़र हिन्दुस्तानी हो गया त्यार
अपने लहू से लिखने एक नया इतिहास
दिलाने देश को उसको खोया सन्मान
जागो लोगो ए है वक़्त की पुकार
जय भारत जय हिंदुस्तान