रिश्वतखोरी के खिलाफ आन्दोलन ऐसा छा गया
ह़र हिन्दुस्तानी सड़को पे आ गया
देख इस जन आक्रोश
असमंजस में घिर गयी सरकार
सोचा ना था भ्रष्टाचारके खिलाफ
कभी ऐसा भी उमड़ेगा जन सैलाब
मूकदर्शक बन गयी निक्कमी सरकार
सुनी नहीं इसने वक़्त की आवाज़
छिड़ गया जो रण अब भ्रष्टाचार के खिलाफ
कमर कसह़र हिन्दुस्तानी हो गया त्यार
अपने लहू से लिखने एक नया इतिहास
दिलाने देश को उसको खोया सन्मान
जागो लोगो ए है वक़्त की पुकार
जय भारत जय हिंदुस्तान
Sunday, August 21, 2011
Thursday, August 11, 2011
खफा
जिन्दगी मैं तुझसे खफा नहीं
पर देने के लिए मेरे पास
दुआओं के सिवा कुछ ओर नहीं
ह़र पल तुने नये रंग दिखलाए
जो सच ना हो सके
उन खाब्बों के संसार बनाये
ख़ुशी कभी मिली नहीं
ओर आंसुओं ने साथ कभी छोड़ा नहीं
फिर भी ए जिन्दगी मैं तुझसे खफा नहीं
पर देने के लिए मेरे पास
दुआओं के सिवा कुछ ओर नहीं
ह़र पल तुने नये रंग दिखलाए
जो सच ना हो सके
उन खाब्बों के संसार बनाये
ख़ुशी कभी मिली नहीं
ओर आंसुओं ने साथ कभी छोड़ा नहीं
फिर भी ए जिन्दगी मैं तुझसे खफा नहीं
संदेशा
बादलों में संदेशा है
हवाओं ने रुख मेरा घेरा है
वर्षा में रंग मेरा है
बूंदों में तन तेरा है
भींगे तुम जो सजन
मधुर मिलन ए अपना है
बादलों में संदेशा है
हवाओं ने रुख मेरा घेरा है
वर्षा में रंग मेरा है
बूंदों में तन तेरा है
भींगे तुम जो सजन
मधुर मिलन ए अपना है
बादलों में संदेशा है
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