RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Tuesday, June 14, 2011
कलम का दम
परिवर्तन कभी रुकता नहीं
मिल जाये कलम का सहारा
क्रांति फिर कभी असफल होती नहीं
पर आसानी से मिलती नहीं आज़ादी राह भी
मिलती है सफलता हार के बाद ही
अगर कलम में हो दम
क्रांति को फिर कोई दबा सकता नहीं
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