RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Tuesday, June 14, 2011
सपना
तुम हो एक सुन्दर सपना
रचा बसा हुआ है जिसमे मन मेरा
खिलते हुए गुलाब सा तेरा हसीन चेहरा
आ कर अटक गया उस पे दिल मेरा
जैसे आज तुम बन गयी मेरा सपना
वैसे में कब बनूगा तेरा सपना
बतलाना मुझको ए हसीना
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