Tuesday, June 14, 2011

सपना

तुम हो एक सुन्दर सपना

रचा बसा हुआ है जिसमे मन मेरा

खिलते हुए गुलाब सा तेरा हसीन चेहरा

आ कर अटक गया उस पे दिल मेरा

जैसे आज तुम बन गयी मेरा सपना

वैसे में कब बनूगा तेरा सपना

बतलाना मुझको ए हसीना

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