RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Saturday, April 23, 2011
साज नया
मैंने साज नया गाना है
गीत प्यार भरे गुनगुना है
तेरी नस नस में
सरगम बन बस जाना है
तेरी धडकनों को
अपने प्यार भरे संगीत से सजाना है
मैंने साज नया गाना है
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