POEMS BY MANOJ KAYAL
बड़े चले कदम
करतल ध्वनी शंख नाद के संग
सुर ताल से मिला रहे कदम
विजय घोष के संग
लाज रखी मातृभूमि की
कर जिन्होंने अपना सर्वसर बलिदान
नमन आज देश करे
कर उन वीर शहीदों को याद
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