RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Thursday, December 9, 2010
लगन
लागी तुझसे लगन
वो अनजाने सनम
खबर ना मिले जब कोई
घबराने लगे मन
मांगे रब से
तेरी सलामती की खबर
ओ अनजाने सनम
लागी तुझसे लगन
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