POEMS BY MANOJ KAYAL
तू डर नहीं निडर बन
आगे बड़ मुकाबला कर
ललकार उन दरिंदो को
जो खले अस्मत से नारी की
पल में सारे मर जायेंगे
तेरी क्रोध अग्नि में सारे भश्मासुर
भस्म हो जायेंगे
No comments:
Post a Comment