बज रहे है ढोल
मच रहा है शोर
चुपके से आया कोई चोर
चुरा ले गया शहजादी का नूर
हो रही मुनादी
जिसने की है ए गुस्ताखी
शहजादी करेगी उससे शादी
चोर ने नहले पे दहला मारा
आधी रात शहजादी की मांग भर आया
देख इस दुह्साहस को
शहजादी का दिल उसपे आया
उससे अपने सपनों का राजकुमार बनाया
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