POEMS BY MANOJ KAYAL
शब्दों का है मायाजाल
तोड़ मरोड़ करो ना इसको बदनाम
रचो सुन्दर शब्दों का जाल
मिला अक्षरों से अक्षरों का साथ
मिलेंगे नए नए शब्द हजार
पर याद रहेगी
सिर्फ मीठी भाषा ही मेरे यार
इसलिए करो सुन्दर भाषा का इस्तेमाल
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