POEMS BY MANOJ KAYAL
गुमशुम है परेशान है
दिल आज चुपचाप है
बात कुछ ख़ास है
दिल के बोल बंद आज है
मौन है मन उदास है
कहीं खो गया दिल आज है
विरह है या प्यार है
दिल का बुरा हाल है
ना जाने किसके लिए
दिल आज बेकरार है
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