POEMS BY MANOJ KAYAL
लड्क्पन से जवानी तक मचलता रहा दिल
पर मिला ना ऐसा कोई
संग जिसके मिले खुशियाँ ढेर सारी
कितनी अजब ये कहानी
जिसमे कभी ना जिन्दगी झांकी
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