POEMS BY MANOJ KAYAL
दर्द तुने इतना दिया
लहू आंसू बन आँखों से बह चला
दिल चूर चूर हो बिखर गया
सदमा ऐसा लगा
शक्ल खुद की भी याद ना रही
जब देखा आइना
अजनबी शक्ल नज़र आयी
खता दिल लगाने की हमसे हो गयी
जिन्दगी हमसे रुसवा हो गयी
दर्द तुने ऐसा दिया
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