POEMS BY MANOJ KAYAL
गुलजार रहे तेरा दामन सदा
है रब से यही दुआ
पग पग खुशियाँ मिलती रहे
रहे सलामत सदा तेरा जहाँ
खिलखिलाती मुस्कराती रहो तुम सदा
मेरी तो रब से बस यही है दुआ
No comments:
Post a Comment